19 दिसम्बर,काकोरी कांड का मुकदमा 10 महीने तक इसी स्थान पर चला था। जिसमें रामप्रसाद ‘बिस्मिल’, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी, रोशन सिंह और अशफाक उल्लाह खां को फांसी की सजा हुई ।
नौ अगस्त 1925 को क्रांतिकारियों ने ट्रेन में डकैती डाली थी. इसी घटना को ‘काकोरी कांड’ के नाम से जाना जाता है. क्रांतिकारियों का मकसद ट्रेन से सरकारी खजाना लूटकर उन पैसों से हथियार खरीदना था ताकि अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध को मजबूती मिल सके. काकोरी ट्रेन डकैती में खजाना लूटने वाले क्रांतिकारी देश के विख्यात चंद्रशेखर आज़ाद के साथी ‘हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन’ के सदस्य थे.
बलिदान दिवस पर काकोरी काण्ड में आरोपी क्रांतिवीर स्व.रामकृष्ण खत्री जी के सुपुत्र श्री उदय खत्री जी का सम्मान अभिनन्दन !💐💐
💐उन शहीदों को कोटिशः नमन 💐